Skip to Content

Call bomber क्या है ? कॉल बॉम्बर का इस्तेमाल कैसे करते हैं?

31 October 2025 by
Anurag tiwari

टेक्नोलॉजी काफी हद तक विकसित हो चुकी है कई सारे ऐसे ऑनलाइन प्रोग्राम बन चुके हैं जिनका उपयोग सकारात्मक होता है. कई ऐसे भी ऑनलाइन प्रोग्राम बन चुके हैं जो नकारात्मक या फिर अवैध कार्य में इस्तेमाल किए जाते हैं. कॉल बॉम्बर Call bomber ऐसा ही एक ऑनलाइन प्रोग्राम है.

कुछ चीजों का दुरुपयोग किया जाता है और कुछ चीज दुर्पयोग के लिए ही बनाई जाती है. कॉल बॉम्बर के मामले में दूसरा वाला तथ्य है. इसको दुर्पयोग के लिए ही बनाया गया है.

इस आर्टिकल में हम आपको कॉल बॉम्बर के संबंध में जानकारी देंगे जैसे की Call bomber क्या है? कॉल बोम्बिंग क्या होती है? क्या भारत में Call bomber legal है या फिर इल्लीगल है?

Call bomber क्या है?

कॉल बॉम्बर एक ऐसा ऑनलाइन प्रोग्राम है जिसका उपयोग करके आप अपने दोस्तों के साथ प्रैंक कर सकते हैं. इस ऑनलाइन टूल का इस्तेमाल करके आप एक साथ किसी के भी नंबर पर लगातार अलग अलग नंबर्स से अनगिनत मिस्ड कॉल्स कर सकते हैं.

कॉल बॉम्बर का उपयोग करके किसी टारगेटेड मोबाइल नंबर पर अनगिनत कॉल्स की बौछार कराई जा सकती है. जैसा कि इसका नाम है उससे भी समझा जा सकता है कि यह कॉल के ब्लास्ट जैसा है. किसी को एक साथ कई सारी कॉल्स करने से उसका फोन ठीक से काम करना बंद कर देता है.

मैन्युअल अगर आप किसी को बार बार कॉल करते हैं तो यह आपके लिए भी मेहनत वाला कार्य रहता है. साथ ही आपका मोबाइल नंबर भी सामने वाले दूसरे व्यक्ति के पास पहुंचता है परंतु कॉल बॉम्बर टूल का इस्तेमाल करने से आप एक क्लिक में जितनी चाहे उतनी कॉल्स किसी के नंबर पर कर सकते हैं.

Call bomber किस तरह काम करता है?

कॉल बॉम्बर साॉफ्टवाेयर किसी भी टारगेट के मॉोबीले नंबर पर अनगिनत कॉल लगातार करता रहता है. यही इसका तरीका है. वर्तमान में Call bomber का उपयोग मुख्य रूप से हैकर्स के द्वारा किसी के फोन को अस्थाई रूप से हैंग करने के लिए किया जाता है. किसी के नंबर पर कॉल बोम्बिंग करने पर उसे अनगिनत कॉल्स आने लगते हैं. टारगेट व्यक्ति एक कॉल को कैंसिल करता है तब तक उसे दूसरी कॉल आ जाती है.

कॉल बोम्बिंग एक तरह से कॉल्स और मिस्ड कॉल की बौछार करने जैसा है. टारगेट व्यक्ति के फोन पर कॉल बोम्बिंग होने से वह अपनी जरूरी कॉल्स एक्सेप्ट नहीं कर पाता. आमतौर पर हैकर्स Call bomber टूल का इस्तेमाल तब करते हैं जब वह किसी टारगेट व्यक्ति से उसकी जरूरी कॉल मिस करवाना चाहते हैं.

आसान है कॉल बॉम्बर का इस्तेमाल

कॉल बॉम्बर टूल्स का इस्तेमाल करना बहुत आसान होता है. यूजर्स को केवल मोबाइल नंबर और उसे पर कितनी कॉल करना चाहते हैं, यह डालकर सबमिट करना होता है. सबमिट बटन पर क्लिक करते ही कॉल्स और मिस कॉल की बौछार शुरू हो जाती है.

कॉल बॉम्बर का इस्तेमाल किसी का उत्पीड़न करने जैसा ही है. कॉल बोम्बिंग की सुविधा देने वाली वेबसाइट्स और एप्स की प्राइवेसी पॉलिसी ठीक ठाक नहीं होती, यह खुद को मनोरंजन वाली और प्रैंक प्रोग्राम वाली साइट बताते हैं. लेकिन इनमें नुकसान पहुंचाने की ताकत होती है.

ऐसी call bomber वेबसाइट और पोर्टल आपके द्वारा दिए गए यूजर के नंबर को भी सेव कर लेते हैं और यह बाद में अपनी तरफ से भी उसे परेशान करके समस्या दे सकते हैं.

हैकर्स द्वारा Call bombing कब की जाती है?

कॉल बॉम्बर का इस्तेमाल करके किसी के फोन में अधिक संख्या में फोन कॉल अथवा मिस कॉल की बौछार करना call bombing कहलाता है. आमतौर पर हैकर्स के द्वारा इसका इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही मौज मस्ती के लिए किसी को परेशान करने के लिए कुछ आम लोग भी वर्तमान में इसका उपयोग कर रहे हैं.

कई बार हैकर्स अपने निजी लाभ के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं तो कई बार उन्हें call bombing करने का कॉन्ट्रैक्ट दिया जाता है.

उदाहरण के रूप में

किसी व्यक्ति के फोन में इंटरव्यू इत्यादि की कॉल आने वाली है. या फिर किसी अधिकारी के पास शाम या फिर दोपहर के वक्त किसी उच्च अधिकारी की कॉल आने वाली है.

ऐसे में उसका बुरा चाहने वाला कोई जानकार नहीं चाहता कि वह व्यक्ति कॉल उठा पाए.

तब वह किसी हैकर को पैसे देकर और टारगेट व्यक्ति का मोबाइल नंबर देकर के काम देता है कि कुछ ऐसा कीजिए कि यह व्यक्ति दिन के इस समय में आने वाली कॉल्स उठा नहीं पाए.

इस स्थिति में हैकर अपना काम आसानी से पूरा करने के लिए कॉल बॉम्बर का इस्तेमाल करता है. वह टारगेट व्यक्ति का मोबाइल नंबर ले लेता है और कॉल बोम्बिंग ट्यूटोरियल में उसका नंबर डालकर डेढ़ 200 कॉल्स का टारगेट सेट कर देता है.

टारगेट व्यक्ति के फोन में लगातार अनगिनत नंबर से कॉल जाने लगती है, ऐसे मैं उसकी जरूरी कॉल्स उसके फोन में नहीं आ पाती क्योंकि उसका फोन पहले से ही बिजी होता है.

क्या Call bomber का उपयोग करना सही है? क्या यह लीगल है?

नहीं यह लीगल नहीं है यदि किसी व्यक्ति ने किसी को टारगेट बनाकर उसके फोन में कॉल बोम्बिंग की है. और उसे उसे व्यक्ति का आर्थिक या फिर अन्य किसी प्रकार का नुकसान हुआ है तो यह अपराध की श्रेणी में आता है.

भारत के आईटी एक्ट के अंतर्गत ऐसे टूल्स का उपयोग गलत गलत मंशा से किया जाना अपराध ही है. गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज हो जाता है.

क्या कॉल बॉम्बर को ट्रेस किया जा सकता है?

आप किसी भी ऑनलाइन कॉल बॉम्बर प्रोग्राम की सुविधा उपलब्ध कराने वाली वेबसाइट का इस्तेमाल करें या फिर किसी अप का इस्तेमाल करें. प्रत्येक पोर्टल आपके आईपी एड्रेस को नोट करता है. ऐसे में जब इस पर अभियोग दर्ज होता है तो पुलिस उसे आईपी एड्रेस के माध्यम से अभियुक्त तक पहुंच जाती है. इंटरनेट से जुड़ी प्रत्येक चीज ट्रेसेबल हैं यह चीज हमेशा ध्यान रखें.

किसी व्यक्ति का अधिक नुकसान होने पर वह शिकायत दर्ज कर सकता है और जो कोई भी कॉल बॉम्बर सॉफ्टवेयर बनाने और उसके उपयोग करने की प्रक्रिया में संलग्न रहता है उसे उसके डिवाइस के आईपी ऐड्रेस, और अन्य जानकारी का इस्तेमाल करके ट्रेस किया जा सकता है.

निष्कर्ष

इस article में हमने आपको कॉल बॉम्बर और कॉल बोम्बिंग के बारे में विशेष जानकारी प्रदान की. भारत में कानूनी नहीं है. कॉल बॉम्बर का इस्तेमाल लोगों के साथ एक हद तक प्रैंक करने के लिए किया जाए तब तो कोई समस्या नहीं. इसका उपयोग उत्पीड़न के लिए कभी नहीं करना चाहिए.